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Showing posts from June, 2021

रात आधी खींच कर मेरी हथेली | हरिवंशराय बच्चन

  रात आधी खींच कर मेरी हथेली एक उंगली से लिखा था प्यार तुमने। फ़ासला था कुछ हमारे बिस्तरों में और चारों ओर दुनिया सो रही थी। तारिकाऐं ही गगन की जानती हैं जो दशा दिल की तुम्हारे हो रही थी। मैं तुम्हारे पास होकर दूर तुमसे अधजगा सा और अधसोया हुआ सा। रात आधी खींच कर मेरी हथेली एक उंगली से लिखा था प्यार तुमने। एक बिजली छू गई सहसा जगा मैं कृष्णपक्षी चाँद निकला था गगन में। इस तरह करवट पड़ी थी तुम कि आँसू बह रहे थे इस नयन से उस नयन में। मैं लगा दूँ आग इस संसार में है प्यार जिसमें इस तरह असमर्थ कातर। जानती हो उस समय क्या कर गुज़रने के लिए था कर दिया तैयार तुमने! रात आधी खींच कर मेरी हथेली एक उंगली से लिखा था प्यार तुमने। प्रात ही की ओर को है रात चलती औ उजाले में अंधेरा डूब जाता। मंच ही पूरा बदलता कौन ऐसी खूबियों के साथ परदे को उठाता। एक चेहरा सा लगा तुमने लिया था और मैंने था उतारा एक चेहरा। वो निशा का स्वप्न मेरा था कि अपने पर ग़ज़ब का था किया अधिकार तुमने। रात आधी खींच कर मेरी हथेली एक उंगली से लिखा था प्यार तुमने। और उतने फ़ासले पर आज तक सौ यत्न करके भी न आये फिर कभी हम। फिर न आया वक्त वैसा फि...

सफलता खोज लूँगा | डॉ. अजय पाठक

  तुम मुझे दुख-दर्द की सारी विकलता सौंप देना, मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा! मैं सफ़र में चल पड़ा हूँ, दूर जाऊँगा समझ लो। व्यर्थ है आवाज़ देना, आ न पाऊँगा समझ लो। जोगियों से मन लगाना, छोड़ दो मुझको बुलाना। राह में दुश्वारियाँ हो. . . मैं सरलता खोज लूँगा, मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा! एक रचनाकार हूँ, निर्माण करने में लगा हूँ। मैं व्यथा का सोलहों- सिंगार करने में लगा हूँ। यह कठिन है काम लेकिन, श्रम अथक अविराम लेकिन। इस थकन में ही सृजन की मैं सबलता खोज लूँगा। मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा! फूल की पंखुड़ियों पर, चैन से तुम सो न पाए। जग तुम्हारा हो गया पर, तुम किसी के हो न पाए। तुम अधर की प्यास दे दो, या सुलगती आस दे दो। मैं हृदय की फाँस में अपनी तरलता खोज लूँगा, मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा! रात काली है मगर यह, और गहरी हो न जाए। फिर तुम्हारी चेतनायें, शून्य होकर खो न जाए। इसलिए मैं फिर खड़ा हूँ, स्याह रातों से लड़ा हूँ। मैं तिमिर में ही कहीं, सूरज निकलता खोज लूँगा। मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा!